रविवार, 4 जनवरी 2009

होटल ताज आपरेशन के कमांडो ग्रुप के जाँबाज जवान गौरी शंकर यादव

मुंबई में शिवाजी टर्मिनल पर आतंकवादियों से मुठभेड़ करने वाले कमांडो ग्रुप में शामिल गौरी शंकर यादव अब किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। मध्यप्रदेश के खंडवा जनपद के ग्राम नागचूंड के रहने वाले इस जांबाज सिपाही को जब शिवाजी टर्मिनल पर आतंकियों द्वारा गोलीबारी की जा रही थी तो वहाँ तैनात कमांडो ग्रुप को होटल ताज पहुँचने का एकाएक आदेश मिला। गौरीशंकर यादव अपने साथियों के साथ होटल ताज के लिए निकल पड़े, जहाँ अन्य फोर्स के जवानों से जानकारी लेकर तैयारी की गई। 51-51 कमांडरों के ग्रुप बनाए गये। श्री यादव जिस ग्रुप में शामिल थे,उसको आपरेशन टारनेडो नाम दिया गया। फिर शुरू हुआ आपरेशन ताज। गौरी शंकर यादव ने कहा कि होटल ताज पर आतंकियों से मुठभेड़ के समय हमारे साथी वहाँ पड़ी लाशों और गोलियों को देखकर कुछ देर के लिए ठिठक गए,यह सोचकर कि खून-खराबे के बिना इन आतंकियों पर काबू किया जा सके। पर अंततः वीरता का प्रदर्शन करते हुए इन कमांडों ने आतंकियों को मार गिराया। ऐसे जांबाजों की बहादुरी को 'यदुकुल' का सलाम !!

8 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

अंततः वीरता का प्रदर्शन करते हुए इन कमांडों ने आतंकियों को मार गिराया। ऐसे जांबाजों की बहादुरी को हमारा भी सलाम !!

Amit Kumar Yadav ने कहा…

ऐसे युवा ही इतिहास रचते हैं.

www.dakbabu.blogspot.com ने कहा…

डाकिया बाबू की तरफ से ऐसे वीरों को salute.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

काश हमारे राजनेता इनसे सबक लेते.

Akanksha Yadav ने कहा…

We are proud of these brave commandos.

KK Yadav ने कहा…

इस बहादुरी को नमन.

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

Really brave commandos.

Bhanwar Singh ने कहा…

Is jajbe ko salam.