पहली नज़र में यह पढ़कर मुझे अजीब लगा कि जल्द ही गोमूत्र से बनने वाली कोल्ड ड्रिंक बाजार में उतरने वाली है। सबसे बड़ी बात है कि अन्य शीतल पेयों की तरह इसमें किसी तरह के रसायनों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। वैसे भी आज हर चीज में मिलावट आम बात हो गई है। खाने से लेकर दैनिक उपयोग की हर चीज में भी विभिन्न रसायनों को मिलाया जा रहा है। ऐसे में लोगों का रूझान प्राकृतिक चीजों की तरफ बढ़ता जा रहा है। गोमूत्र और गोबर से भी दैनिक उपयोग की कई वस्तुओं का निर्माण किया जा रहा है। गोबर से मोस्कीटो क्वायल, डिस्टेंपर, नहाने का साबुन, फेस पाउडर, धूप स्टिक, हवन वाला बिस्कुट, पूजन लेप, गोमय कंडे मूर्तियाँ, गमले, दंत मंजन, अच्छी क्वालिटी का कागज, पानी, आग, ध्वनिरोधी और रेडिएशन मुक्त टाइल्स, नालीदार चादरें और जमीन पर बिछाने वाली चटाईयाँ बनाई जा रही हैं। गोमूलत्र का उपयोग भी फिनायल, नील, हैंडवाश, आटर शेव लोशन, बाम और कई अन्य दवाईयों को बनाने में किया जा रहा है। वैज्ञानिक आधार पर भी यह सिद्ध हो चुका है कि गोबर और गोमूत्र का उपयोग पूर्णतः सुरक्षित है। इसी कड़ी में अब जल्द ही गोमूत्र से बनी कोल्ड ड्रिंक भी बाजार में उपलब्ध होगी। वर्तमान में गौरक्षा विभाग की कानपुर गौशाला में कोल्ड ड्रिंक बनाई जा रही है। नागपुर और त्रिपुरा में भी जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। सो अब कोक और पेप्सी को भूल जाइए। कोल्ड ड्रिंक पीते वक्त रसायनों से डरने की भी जरूरत नहीं है।
Mahila Samman Savings Certificate : Varanasi Region at top in Uttar
Pradesh, 21,000 women invested more than Rs. 1 billion
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Post Office Savings schemes are very popular among public. People have
been investing in these from generation to generation. Postmaster General
of Vara...
13 घंटे पहले
16 टिप्पणियां:
वाह..अनुपम..मन को खूब भाया ये आईडिया.
पढ़कर अचरज तो होता है, पर आप कह रहें हैं तो मान लेते हैं.
पाश्चात्य संस्कृति के हिमायतियों को इस पोस्ट से सीख लेनी चाहिए कि भारतीय परिवेश में गो-धन कितनी पुरानी और उपयोगी परम्परा रही है.इस महान परम्परा को दर्शाने के लिए साधुवाद !!
...तो अब आज का युवा गो-मूत्र से बनी कोल्ड-ड्रिंक पिएगा...तथास्तु !!
बहुत खूब...आपकी हर पोस्ट बहुत सारगर्भित होती है.नई जानकारियां होती हैं.
तमाम वैज्ञानिक शोधों ने भी गो-धन की महत्ता प्रतिपादित की है. उस कड़ी में यह नया आयाम है.
इस नई जानकारी के लिए धन्यवाद !
यह तो गज़ब हो गया. सुन्दर पोस्ट.
इस नई जानकारी के लिए धन्यवाद
गोमूलत्र का उपयोग भी फिनायल, नील, हैंडवाश, आटर शेव लोशन, बाम और कई अन्य दवाईयों को बनाने में किया जा रहा है। वैज्ञानिक आधार पर भी यह सिद्ध हो चुका है कि गोबर और गोमूत्र का उपयोग पूर्णतः सुरक्षित है। इसी कड़ी में अब जल्द ही गोमूत्र से बनी कोल्ड ड्रिंक भी बाजार में उपलब्ध होगी।.....Nice & Interesting information.
इवतदा इश्क है .... ..क्या /आगे आगे देखिये होता है क्या
***वैलेंटाइन डे की आप सभी को बहुत-बहुत बधाइयाँ***
प्यार भरे इस सुन्दर दिवस की शुभकामनायें !!
पतंगा बार-बार जलता है
दिये के पास जाकर
फिर भी वो जाता है
क्योंकि प्यार
मर-मिटना भी सिखाता है !
.....मदनोत्सव की इस सुखद बेला पर शुभकामनायें !!
'शब्द सृजन की ओर' पर मेरी कविता "प्रेम" पर गौर फरमाइयेगा !!
यादव जी,
गाय सुरक्षित रहे बस यही हमारे जीवन का सबसे बड़ी सफलता है.
गोमूत्र के सन्दर्भ में आपकी रचना, आलेख सचमुच बहुत अच्चा लगा, जानकारियों से भरपूर. धन्यवाद.
यथार्थ से परिचित कराने हेतु साधू वाद
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