सोमवार, 1 जून 2009

गुजरात और उत्तर प्रदेश से प्रकाशित "साहित्य-परिवार"

अहिन्दी भाषी प्रदेश गुजरात एवं उत्तर प्रदेश से एक साथ प्रकाशित होने वाली साहित्य, कला एवं संस्कृति-चेतना की अनियतकालिक पत्रिका ‘‘साहित्य परिवार‘‘ का डा0 सूर्यदीन यादव बेहद उत्साह एवं निष्ठा के साथ सम्पादन कर रहे हैं। पत्रिका में वैविध्यपूर्ण विपुल साहित्यिक सामग्री है तथा पत्रिका नये साहित्यकारों के लिए उत्साहवर्धक है। साहित्य से परे पर्यावरण, स्वतंत्रता सेनानियों एवं सामाजिक विषयों पर प्रस्तुत लेख पत्रिका को सारगर्भित और रोचक बनाते हैं। पत्रिका में समीक्षायें धड़ल्ले से प्रकाशित हो रही हैं, यदि इनके आवरण पृष्ठ का चित्र भी प्रकाशित किया जाय तो बेहतर होता। डा0 सूर्यदीन यादव मूलतः उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर के हैं, अतः पत्रिका को दोनों राज्यों के बीच एक सेतु की तरह स्थापित करने का उन्होंने प्रयास किया है। कुल मिलाकर साहित्य पाठकों की व्याख्या और विवेचना की दृष्टि से पत्रिका उत्तम है लेकिन समकालीन सृजन की प्रस्तुति को श्रेष्ठता के स्तर पर लाना अभी अपेक्षित है।
संपर्क- डा0 सूर्यदीन यादव, 3 पुनीत कालोनी, पवन चक्की रोड, नडियाद (गुजरात)

6 टिप्‍पणियां:

KK Yadav ने कहा…

पत्रिका को दोनों राज्यों के बीच एक सेतु की तरह स्थापित करने का उन्होंने प्रयास किया है....चलिए किसी ने तो अलख जगाई.

मन-मयूर ने कहा…

आपके ब्लॉग पर पहली बार आया हूँ. आपकी लेखनी प्रभावित करती है....

Shyama ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Shyama ने कहा…

पत्रिका अच्छी है. युवा पीढी को स्थान देती है सो अति-सुन्दर.

Unknown ने कहा…

Rochak Patrika !

YC ने कहा…

SAHITYA me naye ubharate surya kirano ko aavaj denevali patrika....ek uttam prayas