शुक्रवार, 28 जून 2013

मध्य प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव का निधन

मध्य प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव का बुधवार को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। वे 67 वर्ष थे। राज्य में यादव के निधन पर शोक की लहर है। यादव लंबे अरसे से बीमार थे और उनका दिल्ली में इलाज चल रहा था। बुधवार की सुबह उनकी हालत बिगड़ी और निधन हो गया। यादव कांग्रेस की दिग्विजय सिंह की सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे हैं और उनकी पहचान सहकारिता आंदोलन के जनक की रही है। 

यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वर्गीय यादव ने जीवन-भर किसानों और गरीबों के हक में संघर्ष किया और उनकी बेहतरी के लिए प्रतिबद्धता से प्रयास किए। उनके निधन से राज्य ने एक जागरूक और प्रतिबद्ध नेता खो दिया है। चौहान ने कहा कि यादव ने प्रदेश में सहकारिता और कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया। प्रदेश के विकास में यादव के योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। 


सुभाष यादव का गुरुवार को नर्मदा नदी के तट पर पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया.यादव के छोटे पुत्र सचिन यादव ने उन्हें मुखाग्नि दी. उनका अंतिम संस्कार गायत्री मंत्रोच्चारण के बीच किया गया.


यादव का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कल निधन हो गया था. उनका शव बुधवार शाम विशेष विमान से इंदौर लाने के बाद उनके गृहग्राम बोरांवा लाया गया था.


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाष यादव के पुत्र सांसद अरुण यादव के दिल्ली स्थित लोधी एस्टेट निवास जाकर स्वर्गीय यादव की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कांगेस महासचिव दिग्विजय सिंह, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा पूर्व प्रदेश कांगेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी इंदौर से बोरांवा पहुंचे और उन्होंने यादव को श्रद्धासुमन अर्पित किये. तीनों नेता कुछ समय रुकने के बाद वापस इंदौर के लिये रवाना हो गये.

'यदुकुल' की तरफ से  हार्दिक श्रद्धांजलि !!



शनिवार, 1 जून 2013

फन अगर मुकम्मल है तो बोलती हैं तस्वीरें


यदुकुल ब्लॉग : राधा यादव जब आजमगढ़ के संजरपुर गांव में सुभाष चंद्र यादव की धर्मपत्नी बनकर आईं तो वह महज आठवीं पास थीं लेकिन अपने जुनून की बदौलत आज वह न केवल परास्नातक पास हैं, बल्कि बेटे-बेटियों से भरे घर में आदर्श मां भी। उनके कठिन मेहनत का ही नतीजा रहा कि सभी बच्चों ने अपने कैरियर को बेहतरीन बनाया। 

राधा यादव खुद कस्तूरबा गांधी बालिका इण्टर कालेज, बदलापुर में वार्डन के रूप में तैनात हैं। राधा के श्वसुर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 कल्पनाथ यादव उन्हें ‘परफेक्ट  वूमेन‘ कहते हैं। कहें भी क्यों न, खुद को काबिल बनाकर अपनी संतानो को  समुचित मार्ग दर्शन से योग्य बनाने वाली महिला जो ठहरीं। उन्होंने ’फन अगर मुकम्मल है बोलती  हैं तस्वीरें......पंक्ति को अपने जीवन में चरितार्थ किया। उनकी मेहनत व लगन का परिणाम है कि सबसे बड़ी बेटी शुभ्रा एम.बी.ए. करके टाटा कन्सल्टेन्सी सर्विसेज (टीसीएस) हैदराबाद में तैनात है। वहीं दूसरी बेटी श्वेता ने वर्ष 2012 में आई.ए.एस. परीक्षा में 609वीं रैंक पाकर परिवार का नाम रोशन किया। मां  की प्रेरणा और दो बहनों की मेहनत देख, तीसरी बेटी अंकिता लखनऊ विश्वविद्यालय से एम.बी.ए. की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। सबसे छोटा बेटा अभिनव नेशनल इंस्टीटयूट आफ टेक्नोलाजी, रायपुर से बी.टेक कर रहा है।