tag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post7384268082642269433..comments2023-10-27T08:13:08.085+05:30Comments on यदुकुल: श्रीकृष्ण और उनकी पत्नियाँRam Shiv Murti Yadavhttp://www.blogger.com/profile/14132527541648964036noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-80963807337470867502016-12-07T00:46:19.345+05:302016-12-07T00:46:19.345+05:30महोदय आपके नाम मोहन कृष्ण भगवान का ही नाम है ।। 16...महोदय आपके नाम मोहन कृष्ण भगवान का ही नाम है ।। 16 हज़ार महिलाये नरकासुर के यहा कैद थी ।। जब भगवान कृष्ण ने उन्हें मुक्त किया तो उस समय के समाज अनुसार उन्हें कोई छु और उनके दिए कुछ को छूना तक अपराध था ।। समाज उन्हें अपना नही सकता था ।। अतः समाज मे वो गर्व से जिये कृष्ण ने नाम मात्र अपनी पत्नी ही नही घोसित किया बल्कि उन्हें सरन भी दिया ।। इसी तरह रुक्मिणी ने कृष्ण को तपस्या से प्राप्त किया सत्यभामा को उनके पिता ने कृष्ण को अपनी गलती पछतावा से दिया जमवंति को उनके पिता जामवंत ने कृष्ण को सौपा इसी तरह अन्य कहानिया है ।। <br />रही बात काम की तो कृष्ण जि ने गीता ज्ञान दिया ।। असहाय कमजोर पांडवों को उनका अधिकार दिलाया और हर जगह उन्होंने धर्म की स्थापना किया ।। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09975787815155646022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-85040541109437866712016-12-07T00:45:58.168+05:302016-12-07T00:45:58.168+05:30महोदय आपके नाम मोहन कृष्ण भगवान का ही नाम है ।। 16...महोदय आपके नाम मोहन कृष्ण भगवान का ही नाम है ।। 16 हज़ार महिलाये नरकासुर के यहा कैद थी ।। जब भगवान कृष्ण ने उन्हें मुक्त किया तो उस समय के समाज अनुसार उन्हें कोई छु और उनके दिए कुछ को छूना तक अपराध था ।। समाज उन्हें अपना नही सकता था ।। अतः समाज मे वो गर्व से जिये कृष्ण ने नाम मात्र अपनी पत्नी ही नही घोसित किया बल्कि उन्हें सरन भी दिया ।। इसी तरह रुक्मिणी ने कृष्ण को तपस्या से प्राप्त किया सत्यभामा को उनके पिता ने कृष्ण को अपनी गलती पछतावा से दिया जमवंति को उनके पिता जामवंत ने कृष्ण को सौपा इसी तरह अन्य कहानिया है ।। <br />रही बात काम की तो कृष्ण जि ने गीता ज्ञान दिया ।। असहाय कमजोर पांडवों को उनका अधिकार दिलाया और हर जगह उन्होंने धर्म की स्थापना किया ।।my blog justiceleague-justice.blogspot.comAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09975787815155646022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-44787752027682406042016-12-07T00:41:24.238+05:302016-12-07T00:41:24.238+05:30महोदय आपके नाम मोहन कृष्ण भगवान का ही नाम है ।। 16...महोदय आपके नाम मोहन कृष्ण भगवान का ही नाम है ।। 16 हज़ार महिलाये नरकासुर के यहा कैद थी ।। जब भगवान कृष्ण ने उन्हें मुक्त किया तो उस समय के समाज अनुसार उन्हें कोई छु और उनके दिए कुछ को छूना तक अपराध था ।। समाज उन्हें अपना नही सकता था ।। अतः समाज मे वो गर्व से जिये कृष्ण ने नाम मात्र अपनी पत्नी ही नही घोसित किया बल्कि उन्हें सरन भी दिया ।। इसी तरह रुक्मिणी ने कृष्ण को तपस्या से प्राप्त किया सत्यभामा को उनके पिता ने कृष्ण को अपनी गलती पछतावा से दिया जमवंति को उनके पिता जामवंत ने कृष्ण को सौपा इसी तरह अन्य कहानिया है ।। <br />रही बात काम की तो कृष्ण जि ने गीता ज्ञान दिया ।। असहाय कमजोर पांडवों को उनका अधिकार दिलाया और हर जगह उन्होंने धर्म की स्थापना किया ।। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09975787815155646022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-66742791388325459722016-12-07T00:29:11.491+05:302016-12-07T00:29:11.491+05:30Kunti was the biological daughter of the Shurasena...Kunti was the biological daughter of the Shurasena, a Yadava chief. Her birth name was Pritha. Kunti was the sister of Vasudeva, the father of Krishna and shared close relationship with Krishna. Her father gave Kunti to his childless cousin Kuntibhoja.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09975787815155646022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-76571426242424681952016-12-07T00:28:09.379+05:302016-12-07T00:28:09.379+05:30Kunti was the biological daughter of the Shurasena...Kunti was the biological daughter of the Shurasena, a Yadava chief. Her birth name was Pritha. Kunti was the sister of Vasudeva, the father of Krishna and shared close relationship with Krishna. Her father gave Kunti to his childless cousin Kuntibhoja.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09975787815155646022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-80921063587435067332016-12-07T00:26:47.089+05:302016-12-07T00:26:47.089+05:30आदरणीय सादर प्रणाम आपके इस यादव प्रमुख ब्लॉग पर आक...आदरणीय सादर प्रणाम आपके इस यादव प्रमुख ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा ।। मैं भी ब्लॉग लिखता हु क्लिक justiceleague-justice.blogspot.com Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09975787815155646022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-12275090505401069092015-09-05T19:35:44.898+05:302015-09-05T19:35:44.898+05:30Bewkoof khana bhagwan nhi khate isliye prasad logo...Bewkoof khana bhagwan nhi khate isliye prasad logo ko unke karan hi prapt hota hai ...bhagwan kriyasheel the...tumhare pass toh bahut kaam hai jao yaha bakwas mat karo aur mohan sabd hatao apne naam seKrishnahttps://www.blogger.com/profile/05275987173376993259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-32246422323798693822014-11-16T22:43:16.794+05:302014-11-16T22:43:16.794+05:30कृष्ण की प्रमुखत: आठ रानियाँ थीं! नरकासुर से मुक्त...कृष्ण की प्रमुखत: आठ रानियाँ थीं! नरकासुर से मुक्त सोलह हजार स्त्रियों से विवाह इसलिये किया था कि कहीं उनका शोषण न हो क्योंकि उनसे उस समय कोई विवाह नही करता और ऐसी अवस्था में उनकी एक ही गति थी -वेश्यावृत्ति अथवा बलात्कारAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-35641922119116973492012-05-31T20:54:58.677+05:302012-05-31T20:54:58.677+05:30..कृष्ण जी ने उन लोगों का उद्धार करने के लिए उन्हे.....कृष्ण जी ने उन लोगों का उद्धार करने के लिए उन्हें पत्नी रूप में स्वीकारा , न कि आपने शौक के लिए. इसे भौतिकवादी लोग नहीं समझ पायेंगें. यह श्री कृष्ण की लीला और अध्यात्मिक चेतना से जुड़ा हुआ है.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1886010326616912360.post-74192385073209463532012-05-16T11:19:45.912+05:302012-05-16T11:19:45.912+05:30kuch kaam dham nhi tha kya inke pass
jo itni shad...kuch kaam dham nhi tha kya inke pass <br />jo itni shadiya kiAnonymousnoreply@blogger.com