इलाहाबाद विश्विद्यालय की छात्र संघ उपाध्यक्ष पद पर आइसा की शालू यादव विजयी हुई हैं. एक लम्बे समय बाद इस पद पर किसी महिला ने परचम फहराया है. 28 सालो बाद कोई महिला नेतृत्व जीता है. शालू ने ये पद अपने निकटतम प्रत्याशी आलोक कुमार सिंह से 925 वोटो से जीता है.
यही कारण था कि मऊ के छोटे से व्यवसायी प्रमोद यादव का सीना गर्व से चौड़ा था। आखिर हो भी क्यों नहीं, बेटी शालू छात्रसंघ भवन के प्राचीर से उपाध्यक्ष पद की शपथ जो ले रही थी। बेटी ने वह कर दिखाया है, जिसके बारे में इस परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था। कभी यहीं के छात्र रहे प्रमोद के लिए बेटी को गौरवशाली इतिहास वाले इस छात्रसंघ का हिस्सा बनते देखना काफी भावुक करने वाला लम्हा था।
हालांकि प्रमोद अब भी बेटी को आईएएस बनते देखना चाहते हैं लेकिन यदि राजनीति में कॅरियर संवारती है तो रोकेंगे भी नहीं। शपथ ग्रहण समारोह में प्रमोद के अलावा शालू के नाना गांधी यादव, नाना के छोटे भाई योगेंद्र प्रताप यादव, मामा हर्षवर्धन और भाई हेमंत भी मौजूद रहे। प्रमोद का कहना है, वह शुरू से ही मेधावी रही है और उसे आईएएस बनाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार में पहली सदस्य है जिसने राजनीति में इतनी दूर तक की सफर तय किया है। निश्चित ही पूरे परिवार के लिए गौरव करने वाला पल है। गांव में भी मिठाइयां बंटीं। उन्होंने कहा, इच्छा है कि शालू इस पद का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करते हुए पढ़ाई पर ध्यान दे। नाना गांधी तथा परिवार के अन्य लोग भी शालू की इस उपलब्धि पर काफी उत्साहित थे। नाना का कहना है कि उसे इसी उम्र में खुद को साबित किया है। अब उसे कोई नहीं रोकेगा।