गुरुवार, 1 अप्रैल 2010

भोजपुरी सिनेमा में यदुवंशी

हिंदी सिनेमा जगत में एक यदुवंशी हैं-के.के. यादव. फ़िलहाल वे चर्चा में नहीं हैं, पर बहुर्चचित सेक्स स्कैंडल में फंसी मिस जम्मू अनारा गुप्ता के स्कैंडल और विवादित जीवन पर के.के. फिल्म्स क्रिएशन तले के.के. यादव ने मिस अनारा फिल्म बनाकर चर्चा बटोरी थी. 22 जून, 2007 को जारी इस फिल्म की सबसे खास बात यह रही कि अनारा गुप्ता ही इसमें शीर्षक भूमिका निभा रही हैं। राज्य स्तरीय सौंदर्य प्रतियोगिता जीती एक सुंदरी को कैसे एक सेक्स स्कैंडल में फंसाया जाता है और उसके परिवार को कैसी विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, यह इस फिल्म के केंद्र में हैं। के.के. यादव द्वारा प्रोत्साहित की गई अनारा गुप्ता ने बाद में अपनी अदाकारी से भोजपुरी फ़िल्म जगत में एक स्थान बनाने की कोशिश की और भोजपुरी फिल्म ‘बिधाता’ में काम किया. भोजपुरी फिल्म ‘बिधाता’ में भोजपुरी फिल्मों के स्टार रवि किशन और दिनेश लाल यादव पहली बार इसमें एक साथ दिखे थे. फ़िलहाल हिंदी और भोजपुरी सिनेमा में तमाम यदुवंशी अपना जौहर दिखा रहे हैं. ग्लैमर की दुनिया अब यादवों के लिए अछूती नहीं रही.

भोजपुरी फिल्मों में आजकल तमाम यदुवंशी सामने आने लगे हैं। बिरहा गायकी में अपना सिक्का जमा चुके विजय लाल यादव ने भी अभिनय के क्षेत्र में कदम रखते हुए कई फिल्मो में काम कियाहै, बतौर मुख्य अभिनेता उनकी पहली फ़िल्म बियाह- द फूल इंटरटेनमेंट रही है। भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ की कड़ी में अब फिल्म ''दिल तोहरे प्यार में पागल हो गइल'' के माध्यम से एक नए अभिनेता सोम यादव (भदोही) का आगाज हुआ. जी नाइन इंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक भी यदुवंश के ही कमलेश यादव और राजनारायण यादव हैं. इस फिल्म में सोम यादव के साथ नायिका रूप में हैं, अनारा गुप्ता जिसे फिल्म निर्माता के.के. यादव ने अपनी फिल्म अनारा के माध्यम से कास्ट किया था. इसी प्रकार भोजपुरी फ़िल्म ''कबहू छूटे ना ई साथ'' में अनिल यादव मुख्य भूमिका में है। ‘‘सुन सजना सुन’’ में दिनेश अहीर स्पेशल भूमिका में हैं तो इस फिल्म के सह-निर्माता मुन्ना यादव है. (चित्र में सोम यादव व अनारा गुप्ता)