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रविवार, 1 नवंबर 2009
पंचायत राज पर कार्य हेतु लोकनाथ यादव सम्मानित
कहते हैं जज्बा हो तो उम्र भी बाधा नहीं बनती. अब 83 वर्षीय लोकनाथ सिंह यादव जी को ही लीजिये, कानपुर निवासी इस अनूठे व्यक्तित्व को पंचायत राज पर 50 साल से अधिक समय तक विशिष्ट कार्य करने के लिए पिछले दिनों विज्ञान भवन दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वर्ण पदक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी उपस्थित थीं। लोक नाथ सिंह यादव जी लम्बे समय से लोक सेवा व राजनीति में सक्रिय रहे हैं।...यदुकुल की तरफ से आपके स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना और ढेरों बधाइयाँ !!
बिहारीगंज में रामनवमी पर निकाली गई भव्य शोभायात्रा
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रामनवमी को लेकर बिहारीगंज में सोमवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें
बड़ी संख्या में युवाओं, व्यवसायियों, समाजसेवियों ने भाग लिया।
शोभा यात्रा की शु...
होली के रंग : बदलते ज़माने की रंग बदलती होली
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होली एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर पृष्ठभूमि के लोग मनाते हैं, जिसमें दुश्मनी
भुलाकर गले मिलते हैं। फिर भी, एकता और प्यार का यह त्यौहार बदल रहा है।
फाल्गुन क...
मैं गांधी हूँ...
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मैं गांधी हूँ...
मेरे क़ातिल से मुलाकात आज फिर हुई,
मेरी मय्यत कुछ फूलो से घिर गई।
मेरी ही तस्वीर के नीचे-नीचे,
मेरी आत्मा भी अब तो चिर गई।।
ईमान को कब तल...
क्यों नहीं करना चाहिये भाजपा को वोट ।
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डा.लाल रत्नाकर
भारतीय संविधान की आत्मा और लोकतंत्र की गरिमा ही हमारे देश का ताज है और
संयोग से इस समय उस ताज को ऐसे व्यक्ति ने गुमराह करके धारण कर लिया है...
Kaos Distro 2018, 2019, 2020
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*KAOS DISTRO** : *Tahukah Kamu Bagaimana Sejarah Kaos Distro Sebelum
Sepopuler Saat Ini. Kaos distro pada saat ini memang sudah menjadi suatu
hal yang bias...
यदुवंशियों की विजय
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कालयवन की सेना का संहार कर श्रीकृष्ण और बलराम जरासंध के सामने से भागते हुए
प्रवर्षण पर्वत पर चढ़ गए। जरासंध ने उनको पर्वत पर जलाकर भस्म कर देना
...
प्यार का भी भला कोई नाम होता है ...
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तुम मिले तो जिंदगी में रंग भर गए।
तुम मिले तो जिंदगी के संग हो लिए।
प्यार का भी भला कोई दिन होता है। इसे समझने में तो जिंदगियां गुजर गईं और
प्यार आज भ...
मुझे अपना दोस्त बना लो
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आदिल के घर के पड़ोस में शर्मा अंकल रहते थे. उनका घर बहुत बड़ा था. बच्चे उनसे
बहुत डरते थे. क्योंकि उनकी बड़ी बड़ी मूंछे थी जिसके कारण वो डरावने दिखते थे.
उनक...
अहीरे क देह इतना सुकुआर कब से हो गयल
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'अहीरे क देह इतना सुकुआर कब से हो गयल'
एक शिक्षक का मित्रों होना !
भाग - दो
बाद में 1995 में आते-आते मैं AISA ज्वाइन कर लिया। छात्र राजनीति के मुद्द...
बातचीत में मौसम के आने के पहले
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कम मुलाकातें, कम बातें, कम उम्र कुछ हदें तय कर देती हैं. प्यार शब्द के
मायने पता नहीं कितने लेवल क्रॉस करने के बाद समझ आये. शादी क्या एक उम्र में
आकर क...
होली के रंग कुछ कहते हैं
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रंग हमारे जीवन में बड़े महत्वपूर्ण हैं। ये हमारे स्वास्थ्य और मूड को सीधे
तौर पर प्रभावित करते हैं। हमारे आसपास यूं तो कई रंग हैं, पर ये चाहे-अनचाहे
हम...
समय बड़ा बलवान रे भाई....
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दोनों ही फोटो श्री अरविन्द केजरीवाल जी की हैं, और एक ही जगह की भी हैं ....
कुछ महीने पहले जब वो आम आदमी थे तब पुलिस उन्हें खीच के फैक रही थी और आज जब
वो द...
कविता
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अपनी बात
*मित्रो, गुलाबी ठण्ड धीरे-धीरे गहराने लगी है और कई राज्यों में हो चुके
चुनावों की गर्मी साथ-साथ बह रही है. कहीं गहन मंथन है और कहीं मस्ती ही
म...
सस्ते पेट्रोल से शिकायतनामा
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प्रिय-अप्रिय पेट्रोल,
उपरोक्त संबोधन के लिए क्षमा चाहूंगा लेकिन तुम्हारा व्यवहार प्रिय व अप्रिय
दोनों रहा है इसलिए मेरे लिए तय कर पाना मुश्किल हो रहा था ...
Personal Assistant Posts in Allahabad High Court
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*Online applications are invited to fill up the 67 posts of Personal
Assistant in Allahabad High Court. The link for submission of on-line
application ...
मुझको सुख मिलता है
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-यशोधरा यादव यशो
मैं नन्हें पौधों को सींचूँ, मुझको सुख मिलता है
जग की सकल वेदना पीलूँ, मुझको सुख मिलता है।
नन्हें पौधों में जीवन की आस भरी होती है
अभिलाष...
मार्क्सवाद के पावन पथ पर...
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दुनिया बड़ी है, आबादी ज्यादा। हर दिन लोग मर रहे हैं। उनके लिए शोकगीत लिखे
जा रहे हैं, संस्मरण छप रहे हैं और संस्थाएं बन रही हैं। ऐसे में धीरेन्द्र
प्रताप ...
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह-2011
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में यादव समाज कल्याण समिति, नोएडा द्वारा
एक समारोह का आयोजन नोएडा स्थित आनन्दी होम सेक्टर- 51 में दिनांक 21-08-2011
को प्...
गरिमापूर्ण सम्बन्ध - माँ और शिशु!
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''माँ आवाज़ आई ,चारों ओर देखा कहीं कोई नहीं था,फिर आखें बंद कर पीठ को सहारा
देकर बैठ गई,बस ऐसा मन हुआ कि आँखें बंद करके लेटी रहूं ,किसी काम में मन भी
नही...
पटना में जब नहीं मिलेगा पीने का पानी
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From www.apnabihar.org
गंगा नदी के तट पर बसा पटना शहर के लोगों के जीवन का जलाधार मुख्य रुप से भूजल
पर आश्रित है। मुख्य रुप से पटनावासी गहरे नलकूपों से निकाल...
सार्थक सृजन ( मार्च 2010 )
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सम्पादकीय
‘सार्थक सृजन’ को अच्छे पाठक और सशक्त रचनाकार मिले, यह गौरव की बात है।
पिछ्ले अंकों को पढ़कर सार्थक टिप्पणियों के लिए सुधी पाठकों का आभारी ...
अपनी तलाश में- 4
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अब थोड़ी देर के लिए रूद्रप्रयाग देखने की बारी मेरी थी। अनायास कस्बे के
इकलौते सिनेमा के सामने पहुंच गया जहां कोई बीस साल पुरानी कुली चल रही थी और
सामने जा...
सेमिनार में हुआ स्मारिका का विमोचन
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*अखिल भारतीय सेमिनार *
*21 वीं सदी में भारत : दशा एवं दिशा *
*26 - 27 सितम्बर 2009 *
*सेमिनार की स्मारिका का विमोचन करते हुए अतिथि *
आदिवासी लड़कियों के साथ रोज एक शाइनी
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आदिवासी लड़कियों के साथ रोज एक शाइनी
राजेश अग्रवाल, रायपुर से
छत्तीसगढ़ की नाबालिग लड़कियों को महानगरों में घरेलू नौकरानी का काम देने के
झांसे...
http://raviwar.com/baatcheet/images/ratnakar-3.jpg
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[image: लाल रत्नाकर]
संवाद
सृजनशीलता कभी भोथरी नहीं होतीसुप्रसिद्ध चित्रकार लाल रत्नाकर से आलोक प्रकाश
पुतुल की बातचीत
• क्या जीवन का अनुभव संसार और कला ...
कैसे गाऊं जन गण मन
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नवभारत टाइम्स की वेब साइट पर यह खबर देखकर मैं सिहर उठा। यह खबर ही अपने आप
में एक सवाल है आप भी यह खबर पढे़
मां ही बनी 'कंस', बच्ची को पटक-पटक कर मार डाला
मु...
मजाज़ लखनवी की एक रूमानी गज़ल
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आज एक अरसे बाद चिट्ठे की ओर रुख करने का मौका मिला. कोशिश है कि आगे इतना
लंबा अंतराल न हो. तो आइये, टूटे सिरे को फिर जोड़ते हुये आज बात करते हैं
’मजाज़’ लखनवी...
Yadav The HIstory
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Yadav (Sanskrit: यादव) is a Indian caste which is referred to in ancient
Dharmic scriptures. They are among the few surviving ancient Aryan
kshatriya clans...
यदुवंशियों के पूर्वज भगवान श्री कृष्ण माने जाते हैं। समाज-राजनीति-प्रशासन-साहित्य-संस्कृति इत्यादि तमाम क्षेत्रों में यादव समाज के लोग देश-विदेश में नाम रोशन कर रहे हैं. इनमें से कई ऐसे नाम और काम हैं जो समाज के सामने नहीं आ पाते. या यूँ कहें कि उन्हें ऐसा कोई मंच नहीं मिलता जिसके माध्यम से वे और उनकी उपलब्धियाँ सामने आयें. यादव समाज पर केन्द्रित कुछेक पत्र-पत्रिकाएं जरुर प्रकाशित हो रही हैं, पर नेटवर्क और संसाधनों के अभाव में उनकी पहुँच काफी सीमित है. तमाम मित्रों और बुद्धिजीवियों का भी आग्रह था कि अंतर्जाल के इस माध्यम का इस दिशा में उपयोग किया जाय, ऐसे में यह प्रयास आपके सामने है. यदुकुल के माध्यम से यह कोशिश होगी कि यादव समाज में और यादव समाज द्वारा किये जा रहे उन तमाम प्रयासों को यहाँ रेखांकित किया जाय और उनसे संबंधित रचनाएँ इत्यादि भी यहाँ प्रस्तुत की जाएँ. इसके अलावा विभिन्न विषयों पर सारगर्भित लेख, पत्र-पत्रिकाओं और पुस्तकों की समीक्षा, जानी-अनजानी यादव विभूतियों पर आलेख इत्यादि भी यदुकुल में समाहित किये जायेंगे. आशा है कि यदुकुल को आपका पूरा सहयोग मिलेगा !!
3 टिप्पणियां:
Mubarakvad !!
Bahut-bahut badhai.
Congts.
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