गुरुवार, 26 अक्टूबर 2017

राजस्थान लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित आरएएस परीक्षा में सचिन यादव का दूसरा स्थान

राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से 18 अक्टूबर, 2017 को घोषित परीक्षा परिणाम में सचिन पुत्र उमराव सिंह यादव निवासी अहीरों की ढाणी खादी बाग, पहली बार में ही आरएएस परीक्षा 2016 में सफलता हासिल करते हुए राजस्थान में दूसरा स्थान प्राप्त कर माता- पिता क्षेत्र का नाम रोशन किया। सचिन बीटेक के बाद आरएएस तैयारी में जुटे थे। इससे पहले इनका मार्च 2017 में असिस्टेंट कमांडेंट की पोस्ट पर भी चयन हो चुका है। अपनी सफलता का श्रेय सचिन यादव ने माता कमला देवी पिता उमराव सिंह को दिया। सचिन के पिता चितौड़गढ़ में सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट में असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। 


संकल्प में वह ताकत है कि पत्थर भी पिघलकर मोम बन जाता है। कुछ इसी तरह की कहानी है कोटपूतली  कस्बे के आदर्श नगर निवासी निशा यादव की। जिन्होंने दूसरी बार में आरएएस की परीक्षा में 255वीं रैंक प्राप्त की है। निशा ने बताया कि उसने शहर के इमानुएल स्कूल से 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके बाद सीनियर सेकंडरी स्कूल हंस इंटरनेशनल स्कूल से प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की। जयपुर के पूर्णिका कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से आईटी में बीटेक कर द्वितीय प्रयास में आरएएस बनने का गौरव हासिल किया। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता गिरदावर रामनिवास यादव माता कौशल्या देवी, भाई अचीस संदीप को देते हुए बताया कि इन्ही के आशीर्वाद से द्वितीय बार में आरएएस की परीक्षा पास की। इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है। 


12वीं कक्षा में दो बार फेल, फिर भी नहीं हारी हिम्मत 

आरएएस परीक्षा में चयनित शैतानसिंह यादव ने बताया कि वर्ष 2001 में माध्यमिक परीक्षा रायथल के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से उत्तीर्ण करने कर बारहवीं में दो बार फेल होने के बाद अगस्त 2004 में सेना में सिपाही के पद पर नियुक्त हुआ तथा सेवा दौरान ही स्वयंपाठी के रूप में 12वीं तथा स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद मई 2012 में सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेकर दिसम्बर 2014 में वरिष्ठ अध्यापक पद पर भीलवाड़ा में नियुक्त हुआ और दूसरे प्रयास में आरएएस 2016 में 318वीं रैंक के साथ चयन हुआ। 

'यदुकुल' की तरफ से सभी चयनित छात्र-छात्रों को बधाई और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनायें !!

सोमवार, 16 अक्टूबर 2017

अवनीश यादव बने इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष


पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के परिणाम में अवनीश कुमार यादव छात्र संघ अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। अवनीश सपा के छात्र संगठन समाजवादी छात्र सभा से ताल्लुक रखते हैं। 

बुधवार, 6 सितंबर 2017

राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष बने पवन यादव

राजस्थान युनिवर्सिटी के चुनावी मुकाबले में अध्यक्ष पद पर बागी पवन यादव ने जीत हासिल की। उन्होंने एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और  2656 वोटों से एबीवीपी के संजय माचेड़ी के हराया। इसी प्रकार जयपुर के ही महारानी कॉलेज में अध्यक्ष पद पर नेहा यादव निर्वाचित हुईं। 

रविवार, 27 अगस्त 2017

नन्ही ब्लॉगर अक्षिता यादव (पाखी) की पेंटिंग

राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित एवं नन्ही ब्लॉगर अक्षिता यादव (पाखी) की प्रतिष्ठित अंग्रेजी अख़बार दि टाइम्स ऑफ़ इण्डिया (जयपुर, राजस्थान) के किड्स जोन में प्रकाशित एक 'रेनबो' पेंटिंग। पाखी को बहुत-बहुत बधाई और स्नेहाशीष !!

मंगलवार, 22 अगस्त 2017

कर्मयोगी श्रीकृष्ण का जीवन प्रेरणादायक - डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव

श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत एवं विलक्षण महानायक हैं । ईश्वर होते हुये भी वे सबसे ज्यादा मानवीय लगते हैं । सच्चे अर्थों में लोकनायक के रूप में  वे हर विपरीत घड़ी में हमारे सामने आदर्श के रूप में उपस्थित होते हैं । इसीलिए श्रीकृष्ण को मानवीय भावनाओं, इच्छाओं और कलाओं का प्रतीक माना जाता है। एक हाथ में बाँसुरी और दूसरे हाथ में सुदर्शन चक्र से विभूषित श्री कृष्ण का पूरा जीवन पुरुषार्थ की प्रेरणा देता है। उक्त विचार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ एवं चर्चित साहित्यकार श्री कृष्ण कुमार यादव ने यादव समाज, जोधपुर द्वारा गाँधी शांति प्रतिष्ठान केंद्र, जोधपुर में  15 अगस्त, 2017 को आयोजित जन्माष्टमी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।  

डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नहीं, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका गीता-ज्ञान समस्त मानव-जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है। आज देश के युवाओं को श्रीकृष्ण के विराट चरित्र के बृहद अध्ययन की जरूरत है। श्री यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण ने कभी कोई निषेध नहीं किया। उन्होंने पूरे जीवन को समग्रता के साथ स्वीकारा है। संसार के बीच रहते हुये भी उससे तटस्थ रहकर वे पूर्ण पुरुष कहलाए। यही कारण है कि उनकी स्तुति लगभग सारी दुनिया में किसी न किसी रूप में की जाती है। 

 निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि श्री कृष्ण की लीलाएं सामाजिक समरसता व राष्ट्रप्रियता का प्रेरक मानदंड हैं । श्रीकृष्ण एक ऐसे आदर्श चरित्र हैं जो युद्ध क्षेत्र में अर्जुन की मानसिक व्यथा का निदान करते समय एक मनोवैज्ञानिक, कंस जैसे अधर्मी का संहार करते हुये एक धर्मावतार, स्वार्थ पोषित राजनीति का प्रतिकार करते हुये एक आदर्श राजनीतिज्ञ, बंशी बजैया के रूप में संगीतज्ञ, बृजवासियों के समक्ष प्रेमावतार, सुदामा के समक्ष एक आदर्श मित्र तो सुदर्शन चक्रधारी के रूप में एक योद्धा और सामाजिक क्रांति के प्रणेता हैं।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे  बाबा खेतानाथ आश्रम, नीमराना के महंत शंकर दास ने कहा कि हमारे अध्यात्म के विराट आकाश में श्रीकृष्ण ही अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जो धर्म की परम गहराइयों व ऊंचाइयों पर जाकर भी गंभीर या उदास नहीं हैं। श्री दरियाब सिंह यादव, निदेशक प्राविधिक शिक्षा मंडल  ने कहा कि भगवान् श्री कृष्ण  के चरित्र में सर्वत्र समदर्शिता प्रकट होती है।  यूथ हॉस्टल, जोधपुर के प्रबंधक ले. कर्नल (सेनि) प्रकाश चन्द्र यादव ने श्री कृष्ण के विचारों को सदैव प्रासंगिक बताते हुए उनके  जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे यादव समाज, जोधपुर के अध्यक्ष डॉ. शैलेष यादव ने कहा कि कृष्ण की सभी लीलाएँ कुछ न कुछ सन्देश देती हैं। उन लीलाओं को उनके आध्यात्मिक स्वरूप में ही समझा जा सकता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी की गई। इस अवसर पर प्रो सुंदर लाल, बृजमोहन यादव,  डॉ. राम रतन यादव,  नंदकिशोर यादव,  प्रविंद्र यादव, मदन सिंह यादव, गोपाल यादव, राजेश यादव, ललित यादव, डॉ. योगेश यादव, राम नरेश यादव, जेपी यादव, दिनेश यादव,  विवेक यादव, राजकुमार यादव, गजेंद्र, विवेक सिंह  सहित यादव समाज के  तमाम प्रबुद्ध जन, महिलाएं व् बच्चे  उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन नंदकिशोर यादव ने किया।

मंगलवार, 11 जुलाई 2017

साहित्यकार दंपति कृष्ण कुमार यादव व आकांक्षा यादव ''रचना स्वर्ण प्रतिभा सम्मान'' से सम्मानित

मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच (मगसम), दिल्ली  द्वारा राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं एवं चर्चित साहित्यकार  व् ब्लॉगर श्री कृष्ण कुमार यादव और उनकी साहित्यकार पत्नी सुश्री आकांक्षा यादव को देश भर में उनकी रचनाओं के पाठ के दौरान श्रोताओं द्वारा श्रेष्ठता आधार पर, ''रचना स्वर्ण प्रतिभा सम्मान'', ''रचना प्रतिभा सम्मान'' और ''शतकवीर सम्मान'' से सम्मानित किया गया।  यादव दम्पति को यह सम्मान जोधपुर के एक होटल में आयोजित  कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि-कथाकार श्री रविदत्त मोहता, वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरिदास व्यास, सेवानिवृत्त न्यायधीश श्री मुरलीधर वैष्णव और मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री सुधीर सिंह सुधाकर ने प्रदान किये। सुश्री आकांक्षा यादव की अस्वस्थता के चलते उनका सम्मान भी श्री यादव ने ही ग्रहण किया।  सम्मान स्वरुप श्री यादव को श्रीफल, शाल, प्रशस्ति-पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। श्री यादव ने इस  दौरान अपने सम्बोधन में कहा कि रचना का कद रचनाकार से सदैव बड़ा होता है, ऐसे में अपनी रचनाओं को सम्मानित किये जाने से हम अभिभूत हैं । 

सोमवार, 10 जुलाई 2017

राजस्थान की बालिका वधू रूपा यादव बनी डॉक्टर

जब मन में लगन हो तो परिस्थितियाँ भी रास्ता दिखाने को मजबूर हो जाती हैं।  ऐसा ही हुआ राजस्थान की बालिका वधू रूपा यादव के साथ। जयपुर के करेरी गांव की रहने वाली रूपा यादव की कहानी दिलचस्प और प्रेरणादायक है। भारत में बाल विवाह पर कानूनी प्रतिबंध है, लेकिन राजस्थान समेत देश के कई अन्य राज्यों में आज भी बच्चों की शादी काफी कम उम्र में कर दी जाती है।  जब रूपा  महज आठ साल की थी और तीसरी कक्षा में पढ़ रही थी तभी उसकी शादी सातवीं में पढ़ने वाले शंकर लाल से कर दी गई। इतना ही नहीं उसी समारोह में उसकी बड़ी बहन की शादी शंकर के बड़े भाई से कर दी गई। 

जिस उम्र में रूपा को शादी का मतलब भी नहीं पता था, उस उम्र में वह शादी के बंधन में बंध गईं। जब वह दसवीं कक्षा में पहुंची तो उसका गौना हुआ। यानी वह  अपने माता-पिता का घर छोड़कर अपनी ससुराल आ गई। लेकिन रूपा की मेहनत और लगन ने अंतत: रंग दिखाया और 21 साल पूरा करने से पहले ही अब वह राजस्थान के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर बनने की पढ़ाई करेगी। 

ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें : 

शनिवार, 25 फ़रवरी 2017

साहित्य जगत के चमकते सितारे : कृष्ण कुमार यादव, आकांक्षा यादव, अक्षिता (पाखी) @ शेरगढ़ एक्सप्रेस, जोधपुर



साहित्य और लेखन के क्षेत्र में विरले ही ऐसे परिवार हैं, जो अपने व्यक्तित्व  और कृतित्व की बदौलत नित् नए मुकाम रच रहे हैं। ऐसे ही एक परिवार पर जोधपुर से प्रकाशित हिंदी पत्रिका "शेरगढ़ एक्सप्रेस" ने फरवरी-2017 अंक "साहित्य जगत  के चमकते सितारे" शीर्षक से राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव, उनकी पत्नी  श्रीमती आकांक्षा यादव और उनकी बिटिया एवं  भारत की सबसे कम उम्र की  राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता अक्षिता (पाखी) पर विशेषांक रूप में जारी किया है। 

बकौल पत्रिका के संपादक मनोज जैन, साहित्य और लेखन  के क्षेत्र में जहाँ एक-दो नहीं बल्कि तीन प्रतिभाएँ एक ही परिवार से हों और एक-दूसरे से बढ़-चढ़कर, तो  इसे दुर्लभ संयोग ही कहा जायेगा।  पत्रिका में 'प्रशासन और साहित्य के ध्वजवाहक : कृष्ण कुमार यादव',  'युवा पंखों की ऊँची उड़ान : आकांक्षा यादव',   'आँगन की रंगोली से क्षितिज तक : कृष्णाकांक्षा' और 'भारत की सबसे कम उम्र की राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता  नन्ही ब्लॉगर अक्षिता (पाखी)' शीर्षक से लिखे लेखों में विभिन्न विद्वानों ने इनके कृतित्व के विभिन्न पहलुओं को रेखांकित करने का महनीय प्रयास किया है।   

पत्रिका के इस विशेष अंक को राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने जारी किया।  इस अवसर पर संपादक मनोज जैन ने बताया कि उनका प्रयास जोधपुर से जुड़े या यहाँ पर रह रहे विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों के योगदान को रेखांकित करते हुए विभिन्न विशेषांक निकालना है।  इस क्रम में यहाँ के चिकित्सा, इंजीनियरिंग, चार्टेड अकाउंटेंट, शिक्षा, प्रशासन, न्याय, साहित्य, कला, संस्कृति और लोक रंग इत्यादि से जुड़े व्यक्तियों के बारे में अंक प्रकाशित किये जायेंगे।  डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, मनोज जैन का प्रयास प्रशंसनीय है और इसके माध्यम से जोधपुर की माटी की खुशबू को बाहर भी महसूस किया जा सकेगा ।