बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा 2012 का रिजल्ट 29 मई की शाम शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने जारी किया। टॉप टेन में एक बार फिर बेटियों का दबदबा कायम रहा। घोषित परिणाम में टॉप टेन में 18 परीक्षार्थियों को जगह मिली जिनमें 10 छात्राएं शामिल हैं। इनमें से अधिकांश ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखती हैं। नव्या यादव ने ९३ प्रतिशत अंक के साथ मैट्रिक में सर्वाधिक अक प्राप्त किये हैं.
इस वर्ष आयोजित परीक्षा में 12,52,069 परीक्षार्थी शामिल हुए जिसमें 8,89,358 सफल हुए।बोर्ड परीक्षा में पास प्रतिशत 71.03प्रतिशत रहा। प्रथम श्रेणी से पास करने वाले परीक्षार्थियों की संख्या 2,20,357(17.59 प्रतिशत) रहा। जबकि द्वितीय श्रेणी से 4,64,139(37.06 प्रतिशत) छात्र और तृतीय श्रेणी से 2,04,860(16.36 प्रतिशत) छात्र उत्तीर्ण हुए। 9935 छात्र परीक्षा में अनुपस्थित रहे और 1703 को परीक्षा में कदाचार के आरोप में निष्कासित किया गया था। बताते चलें कि परीक्षा में 3,57,807(28.97 प्रतिशत)परीक्षार्थी असफल घोषित हुए।
बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट छात्रों के लिए सुखद नहीं रहा। पिछले वर्ष की तुलना में छात्रों के पास प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गई जबकि छात्राओं का पास प्रतिशत बढ़ा है। पिछले वर्ष छात्राओं का पास प्रतिशत 42.87 प्रतिशत था जो बढ़कर 44.87 प्रतिशत हो गया। दूसरी तरफ छात्रों का पास प्रतिशत 57.12 प्रतिशत से घटकर 55.13 प्रतिशत रह गया। परीक्षा में 6,90,282 छात्र में से 3,80,552 और 5,61,787 छात्राओं में से 2,52,074 को सफलता हाथ लगी।
Akshitaa (Pakhi) earned the distinction of being the youngest recipient of
the 'National Child Award' and gained fame as a blogger
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The 21st century belongs to technology. Today’s children start using mobile
phones and laptops at a very young age. With the increasing use of
technology...
1 दिन पहले
2 टिप्पणियां:
Proud of Navya di..congts.
Congts, to Navya Yadav.
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