उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने डाॅ अनुरूद्ध सिंह यादव को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की संस्तुति पर राज्यपाल ने डाॅ अनुरूद्ध सिंह यादव के नाम को अनुमोदित कर दिया है। अनिरुद्ध सिंह यादव ने आगरा यूनिवर्सिटी से पीएचडी की है। पीएचडी में उनका टॉपिक श्रीलंका की जाति समस्या सुलझाने में भारत शांति सेना की भूमिका था। वे जीबी पंत कॉलेज कछला बदांयू में प्रिंसिपल रह चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने नवंबर 2015 में डॉ. सुनील कुमार जैन सदस्य उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को तीन माह या नियमित अध्यक्ष की नियुक्ति जो भी पहले हो, तक की अवधि के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था। राज्यपाल ने राज्य सरकार से यह भी अपेक्षा की थी कि तीन माह के अंदर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्ण कालिक अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण करते हुए उचित व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव भेजा जाए। इसी प्रक्रिया के तहत राज्य सरकार ने यूपी लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद के लिए डाॅ अनुरूद्ध सिंह यादव के नाम की संस्तुति की थी। लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश के नये अध्यक्ष डॉ. अनुरूद्ध सिंह यादव ने कहा कि उनका पहला काम पूरी पारदर्शिता के साथ हर प्रकार की भर्तियों को अंजाम देना है। आयोग की शुचिता तथा विश्वनीयता पर आंच नहीं आने दी जायेगी। अनिरुद्ध यादव ने 15 मार्च 2016 को को यूपीपीएससी के स्थाई अध्यक्ष के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया। शपथ ग्रहण करने के बाद नए अध्यक्ष ने गीता के उपदेश सुनाकर ईमानदारी, मानवता और सच्चाई की सीख दी.उन्होंने कहा कि बुराई के लिए बुराई न करें। आयोग में जाति विशेष के चयन से संबंधित सवालों पर उन्होंने महाभारत के युद्ध का संक्षिप्त विवरण सुनाया और कहा कि कोई जात पात नहीं, सब अपने भाई बंधु हैं। इनमें विभेद किया जाएगा तो महाभारत के युद्ध जैसे परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि वे रात्रि में सोते हैं तो सोचते हैं कि कहीं कोई गलती तो नहीं की।
-राम शिव मूर्ति यादव @ यदुकुल ब्लॉग Ram Shiv Murti Yadav @ http://yadukul.blogspot.in/
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