नरसिंह यादव। यह नाम आजकल बहुत चर्चा में है। नरसिह ने 2015 में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में ओलिंपिक क्वॉलिफाइंग स्पॉट जीता। लेकिन दो बार के ओलिंपिक पदक विजेता सुशील कुमार चाहते हैं कि 74 किलोग्राम भारवर्ग में ट्रायल हो और उसका विजेता रियो जाए। गौरतलब है कि नरसिंह यादव ने फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में चल रहे चौथे और अंतिम ओलिम्पिक क्वालीफाइंग कुश्ती टूर्नामेंट में 74 किग्रा. वर्ग में स्वर्ण पदक के साथ ओलिम्पिक टिकट हासिल कर लिया।
नरसिंह पंचम यादव एक किसान परिवार से आते हैं। उनका जन्म 6 अगस्त 1989 को हुआ। वह सुशील कुमार से छह साल छोटे हैं। नरसिंह यादव ने 13 साल की उम्र में अपने भाई विनोद, जो खुद एक पहलवान हैं, के साथ रेसलिंग शुरू की थी। नरसिंह ने मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में कुश्ती का ककहरा सीखा। 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के बाद पहली बार नरसिंह को कुश्ती में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। उस समय भी वह 74 किलोग्राम भारवर्ग में ही हिस्सा लेते थे।
रियो ओलिंपिक में 74 किलोग्राम भार वर्ग में अलग-अलग देशों के 19 पहलवान शामिल होंगे, इनमें कुछ पदक के प्रबल दावेदार हैं। इनमें से सात पहलवानों को भारत के नरसिंह पंचम यादव हरा चुके हैं। नरसिंह की यह उपलब्धि रियो में पदक के उनके दावे को पुख्ता करती है। भारतीय कुश्ती संघ के प्रधान बृजभूषण शरण सिंह भी नरसिंह को पदक का दावा मजबूत मान रहे हैं। उनका कहना है कि नरसिंह का प्रदर्शन लगातार बेहतर रहा है और उम्मीद है कि वह इसे बनाए रखेंगे।
रियो ओलिंपिक जाने वाले जिन विदेशी पहलवानों को नरसिंह हरा चुके हैं, उनमें उन देशों के पहलवान भी शामिल हैं, जिनका विश्व कुश्ती में रुतबा है। यानी विश्व चैंपियनशिप से लेकर ओलिंपिक तक जिन देशों के पहलवान पदक जीतने में माहिर हैं। इनमें जॉर्जिया के जकोब कमर शबिलि यूरोपियन गेम्स के पदक विजेता हैं। फ्रांस के जेलिमखन खदजिव जूनियर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं और क्यूबा के लिओन लोपेज लंदन 2012 में कांस्य पदक व तीन बार विश्व चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं। मंगोलिया के पहलवान उनुर्बत पुरेवजब विश्व चैंपियनशिप में दो बार के पदक विजेता हैं। तुर्की के सोनेर देमिरतस यूरोपियन गेम्स और जूनियर चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं। अजरबैजान के जाब्रायिल हसनोव दो बार विश्व चैंपियनशिप में पदक, पांच बार यूरोप चैंपियनशिप व विश्व कप में पदक जीत चुके हैं। बुल्गारिया के जिओर्गी इवानोव ने विश्व क्वालीफायर राउंड में शानदार प्रदर्शन कर रियो का टिकट पक्का किया है। इन सब को अलग-अलग जगहों पर हुए मुकाबलों में नरसिंह हरा चुके हैं। इन्हीं पहलवानों से रियो ओलिंपिक में नरसिंह का मुकाबला होना है।
74 किलोग्राम वर्ग में रियो ओलंपिक में जाने को लेकर सुशील कुमार ने अब कोर्ट का रुख किया है। 32 साल के सुशील कुमार ने नरसिंह यादव के साथ ट्रायल कराने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में जाने का फैसला किया है। इससे पहले खेल मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि 74 किलोग्राम वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, इस बात का फैसला फेडरेशन को लेना है। इससे पहले सिर्फ एक बार ही ट्रायल हुआ है। 1996 अटलांटा ओलंपिक से पहले पप्पू यादव और काका पवार के बीच ट्रायल हुआ था। जिसमें काका पवार ने बाजी मारी थी औऱ उन्होंने अटलांटा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
Ram Shiv Murti Yadav @ http://yadukul.blogspot.in/
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