भारत में यादवों का राजनीति में पदार्पण आजादी के बाद ही आरम्भ हो चुका था, जब शेर-ए-दिल्ली एवं मुगले-आजम के रूप में मशहूर चौधरी ब्रह्म प्रकाश दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री बने थे।1952 में मात्र 34 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री पद पर पदस्थ चौधरी ब्रह्म प्रकाश 1955 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे। बाद में वे संसद हेतु निर्वाचित हुए एवं खाद्य एवं केन्द्रीय खाद्य, कृषि, सिंचाई और सहकारिता मंत्री के रूप में उल्लेखनीय कार्य किये। 1977 में उन्होंने पिछड़ी जातियों, अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों व अल्पसंख्यकों का एक राष्ट्रीय संघ बनाया ताकि समाज के इन कमजोर वर्गों की भलाई के लिए कार्य किया जा सके। राष्ट्र को अप्रतिम योगदान के मद्देनजर 11 अगस्त 2001 को चौधरी ब्रह्म प्रकाश के सम्मान में डाक टिकट भी जारी किया गया।
बाल दिवस के अवसर पर बाल दिवस सह खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन
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महिला एवं बाल विकास निगम बिहार तथा जिलाधिकारी मधेपुरा के निदेशानुसार बेटी
बचाओ बेटी पढाओ योजना अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय इटवा, गम्हरिया में बाल
दिव...
23 घंटे पहले
5 टिप्पणियां:
1952 में मात्र 34 वर्ष की आयु में शेर-ए-दिल्ली एवं मुगले-आजम के रूप में मशहूर चौधरी ब्रह्म प्रकाश दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री बने थे।....That is spirit.
नई व दिलचस्प जानकारी.
दुर्भाग्य से अभी भी ब्रम्हा प्रकाश जी के यदुवंशी होने के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है. इस सम्बन्ध में यदुकुल ब्लॉग अच्छा कार्य कर रहा है. इसी ब्लॉग पर यह भी पढ़ा था की मिस इंडिया एकता चौधरी, ब्रम्हा प्रकाश जी की रिश्तेदार हैं.
लाजवाब...अपने तो यदुकुल को यदुवंश का इनसिक्लोपिदिया बना दिया...
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