आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्मदिन है. उन्होंने अपने जीवन यात्रा के 39 साल पूरे कर 40 वें वर्ष में प्रवेश किया है. आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश और देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई 1973 को प्रदेश के इटावा जिले के सैफेई गाँव में हुआ था उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को अपना 39वां जन्मदिन सादगीपूर्ण तरीके से मना रहे हैं और उन्होनें ज्यादातर समय अपने परिवार के लिए रखा है। इस अवसर पर कोई सरकारी आयोजन नहीं किया गया है। गौरतलब है कि देश के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गत 15 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव व उनकी पहली पत्नी मालती देवी की एक मात्र संतान अखिलेश ने राजस्थान के धौलपुर स्थित मिलेट्री स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की जिसके बाद उन्होंने मैसूर के एस०जे० कालेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग में स्नातक किया और आस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय से पर्यावरण अभियान्त्रिकी में स्नातकोत्तर कर राजनीति की दुनिया में अपने हाथ अजमाए
विदेश से इंजीनियरिंग की पढाई करके लौटे अखिलेश यादव ने 1999 में डिम्पल यादव से शादी करने के बाद वर्ष 2000 में कन्नौज लोकसभा से उप चुनाव लड़कर अपना राजनैतिक करियर शुरू किया कन्नौज से सांसद बने अखिलेश के विषय में राजनैतिक विशेषज्ञों की शुरूआती राय कुछ अच्छी नहीं थी, जिसका नतीजा था कि अखिलेश की पहली जीत का श्रेय उनके पिता मुलायम सिंह यादव को चला गया जिसके बाद 2004 व 2009 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश ने कन्नौज सीट पर अपना दबदबा कायम रखते हुए राजनीति के पंडितों की राय को गलत साबित कर दिया, लेकिन चुनावी दांवपेंचों में कमज़ोर अखिलेश यादव 2009 के चुनाव में फिरोजाबाद सीट से डिम्पल को जिता पाने में नाकाम साबित हुए
पत्नी डिम्पल की हार ने बदला अखिलेश का राजनैतिक नजरिया -
2009 के लोकसभा चुनाव में पत्नी डिम्पल की हार के बाद सजग हुए अखिलेश यादव ने वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार की समीक्षा की और पार्टी कार्यकारिणी में फेर बदल करना शुरू किया पार्टी में मौजूद पुराने दिग्गजों के बीच एक नई और युवा सोच लेकर आगे बढे अखिलेश ने 2012 के विधानसभा से पहले ही अपनी रणनीति तैयार कर चुनावी संचालन की बागडोर अपने हाथ लेली
अपनों से भी ली बुराई -
अखिलेश के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में उतरने वाली समाजवादी पार्टी के दिग्गज अखिलेश को लेकर विश्वस्त नहीं थे सूत्रों की माने तो कई मौकों पर सीनियर नेताओं ने पार्टी मुखिया मुलायम सिंह से मिलकर अपना विरोध भी दर्ज करवाया, लेकिन चुनावी नतीजों ने साबित कर दिया कि अखिलेश यादव में अपने पिता वाली नेतृत्व क्षमता है
युवाओं की पसंद बने अखिलेश -
इंजीनियरिंग की पढाई कर राजनीति में उतरे अखिलेश फुटबाल और क्रिकेट देखना व खेलना पसंद करते है इसके साथ ही युवा विचारधारा से मेल खाती उनकी सोच और आधुनिक सूचना तकनिकी के जानकार मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश आज प्रदेश ही नहीं देशभर के युवाओं की प्रेरणा है
एक जिम्मेदार पुत्र, पति और पिता -
मुलायम सिंह यादव के पुत्र होने की जिम्मेदारी बखूबी निभाने वाले अखिलेश एक अच्छे पति और पिता के रूप में भी पहचाने जाते हैं अखिलेश दो बेटियों अदिति, टीना और बेटे अर्जुन के पिता हैं
एक मुख्यमंत्री के रूप में-
महज 38 वर्ष की उम्र में मुख्यमंत्री के तख़्त तक पहुँचने वाले उत्तर प्रदेश के पहले युवा अखिलेश के नेत्रित्व वाली सरकार ने 22 जून, 2012 को अपने 100 दिन पूरे किये अखिलेश सरकार ने जनविकास के कई महत्वपूर्ण फैसले लिए अल्प समय में ही उन्होंने अपनी अच्छी छाप छोड़ी है.
अखिलेश यादव के 39 वें जन्मदिन पर हम शुभकामनाये देते हैं इसके साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करते है कि वह उन्हें वो शक्तियां दे जिससे वह प्रदेश की जनता की उम्मीदों को पूरा करने में कामयाब हों कर प्रदेश के सफल मुख्यमंत्री के रूप में पहचाने जाएँ
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव व उनकी पहली पत्नी मालती देवी की एक मात्र संतान अखिलेश ने राजस्थान के धौलपुर स्थित मिलेट्री स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की जिसके बाद उन्होंने मैसूर के एस०जे० कालेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग में स्नातक किया और आस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय से पर्यावरण अभियान्त्रिकी में स्नातकोत्तर कर राजनीति की दुनिया में अपने हाथ अजमाए
विदेश से इंजीनियरिंग की पढाई करके लौटे अखिलेश यादव ने 1999 में डिम्पल यादव से शादी करने के बाद वर्ष 2000 में कन्नौज लोकसभा से उप चुनाव लड़कर अपना राजनैतिक करियर शुरू किया कन्नौज से सांसद बने अखिलेश के विषय में राजनैतिक विशेषज्ञों की शुरूआती राय कुछ अच्छी नहीं थी, जिसका नतीजा था कि अखिलेश की पहली जीत का श्रेय उनके पिता मुलायम सिंह यादव को चला गया जिसके बाद 2004 व 2009 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश ने कन्नौज सीट पर अपना दबदबा कायम रखते हुए राजनीति के पंडितों की राय को गलत साबित कर दिया, लेकिन चुनावी दांवपेंचों में कमज़ोर अखिलेश यादव 2009 के चुनाव में फिरोजाबाद सीट से डिम्पल को जिता पाने में नाकाम साबित हुए
पत्नी डिम्पल की हार ने बदला अखिलेश का राजनैतिक नजरिया -
2009 के लोकसभा चुनाव में पत्नी डिम्पल की हार के बाद सजग हुए अखिलेश यादव ने वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार की समीक्षा की और पार्टी कार्यकारिणी में फेर बदल करना शुरू किया पार्टी में मौजूद पुराने दिग्गजों के बीच एक नई और युवा सोच लेकर आगे बढे अखिलेश ने 2012 के विधानसभा से पहले ही अपनी रणनीति तैयार कर चुनावी संचालन की बागडोर अपने हाथ लेली
अपनों से भी ली बुराई -
अखिलेश के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में उतरने वाली समाजवादी पार्टी के दिग्गज अखिलेश को लेकर विश्वस्त नहीं थे सूत्रों की माने तो कई मौकों पर सीनियर नेताओं ने पार्टी मुखिया मुलायम सिंह से मिलकर अपना विरोध भी दर्ज करवाया, लेकिन चुनावी नतीजों ने साबित कर दिया कि अखिलेश यादव में अपने पिता वाली नेतृत्व क्षमता है
युवाओं की पसंद बने अखिलेश -
इंजीनियरिंग की पढाई कर राजनीति में उतरे अखिलेश फुटबाल और क्रिकेट देखना व खेलना पसंद करते है इसके साथ ही युवा विचारधारा से मेल खाती उनकी सोच और आधुनिक सूचना तकनिकी के जानकार मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश आज प्रदेश ही नहीं देशभर के युवाओं की प्रेरणा है
एक जिम्मेदार पुत्र, पति और पिता -
मुलायम सिंह यादव के पुत्र होने की जिम्मेदारी बखूबी निभाने वाले अखिलेश एक अच्छे पति और पिता के रूप में भी पहचाने जाते हैं अखिलेश दो बेटियों अदिति, टीना और बेटे अर्जुन के पिता हैं
एक मुख्यमंत्री के रूप में-
महज 38 वर्ष की उम्र में मुख्यमंत्री के तख़्त तक पहुँचने वाले उत्तर प्रदेश के पहले युवा अखिलेश के नेत्रित्व वाली सरकार ने 22 जून, 2012 को अपने 100 दिन पूरे किये अखिलेश सरकार ने जनविकास के कई महत्वपूर्ण फैसले लिए अल्प समय में ही उन्होंने अपनी अच्छी छाप छोड़ी है.
अखिलेश यादव के 39 वें जन्मदिन पर हम शुभकामनाये देते हैं इसके साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करते है कि वह उन्हें वो शक्तियां दे जिससे वह प्रदेश की जनता की उम्मीदों को पूरा करने में कामयाब हों कर प्रदेश के सफल मुख्यमंत्री के रूप में पहचाने जाएँ
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