(इण्डिया टुडे के 11 नबम्बर 2009 अंक में यू0पी0- उत्तराखण्ड के कुछ ऐसे विलक्षण परन्तु अनचीन्ही शख्सियतों के बारे में चर्चा है जिन्होने जीवन के विविध क्षेत्रों में परिश्रम और दृढ़ संकल्प के बूते कुछ अलग कार्य किया है। इनमें से कुछ एक नाम यदुवंश से हैं, इन सभी को यदुकुल की तरफ से बधाई)--
बगैर सीट वाली साइकिल से 52 वर्षीय हीरालाल यादव पिछले एक दशक में देश और दुनिया में 65,000 किमी की दूरी नाम चुके हैं, कभी वे किसी युद्धबंदी के परिजनों के पास बैठकर खत लिख रहे होते हैं तो कभी शहीद के परिजन से दुःख बांटते हैं, अन्य दिनों में वे युद्धबंदियों की रिहाई पर केंद्रित अपनी प्रदर्शनी में व्यस्त होते हैं या फिर सभागार में अभागे फौजियों और उनके परिजनों पर लिखी कविताएं सुना रहे होते हैं। गोरखपुर जिले के, पेशे से बीमा एजेण्ट हीरालाल यादव का यह जुनून 1997 में आजादी की स्वर्ण जयंती से शुरू हुआ. वे साइकिल से सद्भावना यात्रा पर निकल पड़े. 1999 में उन्होने कारगिल सलाम सैनिक यात्रा की. इसके बाद तो यह सिलसिला उनके जीवन का हिस्सा ही बन गया।
सफलता का गुरः कोई काम नामुमकिन नही है.
सबसे बड़ी बाधाः जब लोग इस अभियान के ’फायदे’ पर बहस करते हैं.
सबसे बड़ी ताकतः फल की दुकान चलाने वाली उनकी पत्नी शकुन्तला, जो अक्सर दौरे पर रहती है.
जिंदगी का सबसे अहम क्षणः 30 जुलाई 99 का दिन जब कारगिल में सैनिकों ने उनकी अगवानी की और उन्हें सगे भाई से ज्यादा सगा कहा.
सफलता का गुरः कोई काम नामुमकिन नही है.
सबसे बड़ी बाधाः जब लोग इस अभियान के ’फायदे’ पर बहस करते हैं.
सबसे बड़ी ताकतः फल की दुकान चलाने वाली उनकी पत्नी शकुन्तला, जो अक्सर दौरे पर रहती है.
जिंदगी का सबसे अहम क्षणः 30 जुलाई 99 का दिन जब कारगिल में सैनिकों ने उनकी अगवानी की और उन्हें सगे भाई से ज्यादा सगा कहा.
4 टिप्पणियां:
चल चला चल राही....
फल की दुकान चलाने वाली उनकी पत्नी शकुन्तला, जो अक्सर दौरे पर रहती है.;;;;....आप सबके संबल, आपका संबल पत्नी...इस ओजस्वी कार्य के लिए आपकी बड़ाई हेतु शब्द नहीं हैं.
प्रिय हीरा लाल यादव,आप के वारे में देर से जान सका इसका अवश्य मलाल है लेकिन यदुकुल ने सचमुच साधुवाद का काम किया है.आप जैसे लोगों का हौसला समाज को सकारात्मक शक्ति देता है और अपने राष्ट्र को दिशा आप बाधाओं कि परवाह किये बिना आगे बढ़ाते रहिये .देशभक्त आप को नमन करते रहेंगे.धन्यवाद, 09818032913
प्रिय हीरा लाल यादव,आप के वारे में देर से जान सका इसका अवश्य मलाल है लेकिन यदुकुल ने सचमुच साधुवाद का काम किया है.आप जैसे लोगों का हौसला समाज को सकारात्मक शक्ति देता है और अपने राष्ट्र को दिशा आप बाधाओं कि परवाह किये बिना आगे बढ़ाते रहिये .देशभक्त आप को नमन करते रहेंगे.धन्यवाद, 09818032913
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