जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में दो वामपंथी छात्र संगठनों के बीच सेंट्रल पैनल के पदों पर चुनावी मुकाबले में ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ने स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया को बुरी तरह पराजित किया। जेएनयू छात्रसंघ के इतिहास में आइसा ने लगातार दूसरी बार चारों पदों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पर जीत दर्ज की है। चार वर्ष पहले हुए चुनाव में भी आइसा को चारों पदों पर जीत हासिल हुई थी।
कैंपस में पिछले 1 मार्च से चल रही मतगणना शनिवार को पूरी हो गई। इसमें अध्यक्ष पद पर आइसा के सुचेता डे को सबसे अधिक रिकार्ड मत 2102 मिले। एसएफआई के प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार जीको दास को 751 मत मिले। डे ने इस पद पर 1351 मतों से जीत हासिल की। उपाध्यक्ष पद पर आइसा के अभिषेक कुमार यादव को 1997 मत मिले और एसएफआई के अनघा इंगोले को 1357 मत। महासचिव पद पर आइसा के रविप्रकाश को 1908 और एआईएसएफ के दुर्गेश त्रिपाठी को 989 मत। संयुक्त सचिव पद भी आइसा के खाते में गया। यहां फिरोज अहमद ने सबसे अधिक 1778 मत हासिल किए। एसएफआई के अल्तमस को 1199 मत मिले। माकपा की छात्र इकाई एसएफआई ने भाकपा समर्थित छात्र संगठन एआईएसएफ से गठबंधन भी किया था लेकिन बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय में 2007 के बाद एक फिर से चुनाव के जरिए छात्रसंघ की बहाली हुई है.
अभिषेक यादव को यदुकुल की तरफ से हार्दिक बधाइयाँ !!
4 टिप्पणियां:
Hardik Badhai
Hardik Badhai
Congts. to Abhishek Yadav.
Lal salam!!!
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