किसी जमाने में हर अच्छे बुरे दौर और सुख दुख में लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी रहे और राजद प्रमुख के हनुमान कहलाने वाले रामकृपाल यादव के लिए लोकसभा चुनाव से पूर्व बगावत कर भाजपा में शामिल होना किसी वरदान से कम नहीं रहा और 9 नवम्बर, 2014 को नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद यह वरदान फलीभूत हो गया। इसी के साथ रामकृपाल मोदी सरकार में शामिल होने वाले पहले यदुवंशी बन गए। उन्हें पेयजल पेयजल एवं स्वच्छ्ता राज्यमंत्री बनाया गया है।
रामकृपाल यादव ने बिहार की पाटलीपुत्र सीट से लालू यादव की बेटी मीसा भारती को हराया था। इससे पूर्व केंद्र की तो बात ही छोड़ दीजिए वह कभी राज्य में भी मंत्री नहीं बने थे लेकिन उन्हें मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल कर लिया गया।
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में रामकपाल को शामिल किए जाने को भाजपा की अगले साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व लालू प्रसाद के यादव वोट बैंक में सेंध लगाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। बिहार में यादव समुदाय वोटों में 12 फीसदी से अधिक की भागीदारी रखता है और यह अब तक खुद को लालू प्रसाद के साथ चिन्हित करता आया है ।
पाटलीपुत्र से राजद द्वारा टिकट से इंकार किए जाने के बाद रामकृपाल अपने गुरु से अलग हो गए थे । वह भले ही भाजपा से पहली बार सांसद बने हों लेकिन चुनावी राजनीति में वह नौसिखिए नहीं हैं। मई 2014 के आम चुनाव के जरिए उन्होंने लोकसभा में चौथी बार प्रवेश किया है । पिछले तीन चुनाव उन्होंने राजद के टिकट पर जीते थे । - राम शिव मूर्ति यादव @ यदुकुल ब्लॉग : http://yadukul.blogspot.in/
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें