15वीं लोकसभा के गठन पश्चात मंत्रिपरिषद का विस्तार हो चुका है। जैसा कि इसी ब्लाग पर पहले भी कहा जा चुका है कि इस बार यादवी राजनीति डांवाडोल रही, नवगठित मंत्रिपरिषद में भी इसे महसूस किया जा सकता है। 79 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में मात्र एक यदुवंशी मंत्री हैं- अरूण यादव। मध्य प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव के सुपुत्र अरूण यादव 15वीं लोकसभा में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में खण्डवा लोकसभा से निर्वाचित हुए हैं। 15 जनवरी 1974 को जन्मे अरूण यादव मूलतः कामर्स के विद्यार्थी रहे हैं एवं वर्तमान में गरीबों एवं पिछड़े-दलितों-जनजातियों के उत्थान हेतु स्कूल एवं इंजीनियरिंग स्कूल भी एक ट्रस्ट के तत्वाधान में संचालित कर रहे हैं। क्रिकेट और बैडमिण्टन के शौकीन श्री यादव 14वीं लोकसभा में खारगौंन लोकसभा उपचुनाव में विजित होकर लोकसभा में पहुंचे थे। इस दौरान आप स्टैण्डिंग कमेटी आन कोल एण्ड स्टील तथा कमेटी आन पब्लिक एकाउण्ट्स के सदस्य रहे। एक पुत्र एवं एक पुत्री के पिता अरूण यादव की डा0 नम्रता यादव से 9 फरवरी 1999 को शादी हुई। वर्तमान मंत्रिपरिषद में उन्हें युवा एवं खेलकूद मामलों का राज्य मंत्री बनाया गया है। 35 वर्षीय अरूण यादव मंत्रिपरिषद के युवा सदस्यों में से हैं। मंत्रिपरिषद के इस एक मात्र यदुवंशी मंत्री को ‘यदुकुल‘ की ओर से बधाई।
(१४ जून, २००९ को युवा और खेल-कूद की जगह भारी उद्योग और सार्वजनिक मंत्रालय के राज्य मंत्री बनाये गए.)
मधेपुरा पहुंचे तेजस्वी यादव ने सीएम और पीएम से मांगा हिसाब
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मधेपुरा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को सर्किट हाउस में
प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि वन नेशन वन आर एसएस का एजेंडा है। केंद्र सरकार
आरएसए...
1 दिन पहले
11 टिप्पणियां:
युवा मामलों को देख रहे युवा मंत्री अरुण यादव से युवाओं की आशाएं भी ज्यादा होंगीं.
...मात्र एक राज्य मंत्री.यदुवंशियों के लिए सोचने का समय है.फ़िलहाल अरुण यादव को बधाई.
...मात्र एक राज्य मंत्री.यदुवंशियों के लिए सोचने का समय है.फ़िलहाल अरुण यादव को बधाई.
CONGTS. TO MR. ARUN YADAV.
युवा मंत्री....युवा विभाग....युवा जज्बे....अरुण यादव जी को भविष्य हेतु शुभकामनायें.
चलिए किसी ने तो यदुवंश का प्रतिनिधित्व किया...अरुण जी को बधाई.
Many-Many Congts.
HAME BAHUT HI KHUSHI HUI.KI HAMARE SAMAJ SE KO AAJGE AYA.
HAME BAHUT HI ACHA LAGA JO HAMRE SAMAJ SE KOI AGE AAYA
(For Blessing)
"Om Stuta Maya Varda, Vedamata Prachodayantam Pavmani Dwijanam, ayuh, Pranam, Prajam, Pashum, Kirtim, Dravinam, Brahmvarchasam Mahyam Dattwa Brajata Brahmlokam"
... Praised by me (is) the boon-giving Veda -mother.Let them urge on the Soma-hymn (pavamani) of the twice-born,(dvijanam). Having given to me ayu (life span), prana (breath or vital activity), praja (progeny), pasu (cattle), kirti,(fame); dravina (property), Brahmavarcas (Vedic or divine splendour); go ye to the Brahma-world (brahma-loka) (i.e. to the closest proximity of the Supreme Self with entire freedom from the clutches of body).
"Gayatri bestows good health, vitality, longevity, wealth with grace, glorious success, co-operation, love, intellectual elevation and divine culmination of the self"
Vedic Gayatri is the mother of Vedas it destroys sins and there is no other greater purifying mantra than gayatri on his earth as well as in the heavens.
The highest objective is to get away from the fetters of body or the cycles of birth and death. This is the amarta, enjoyment or immortality; this is known as moksa or mukti, final release or emancipation; within a wide cycle of mukti and bandha (emancipation and bondage), we have a smaller cycle of birth and death, and still smaller of awakening and sleep.
I have enclosed Vedic Gayatri Mantra(the most powerful hymn in the world)... —
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